है विश्व में नाम अमर ये
अब फेरायागा भगवा ध्वज
वर्षो की प्रतीक्षा में थे वो
आज लौटेंगे अपने धाम सज धज ।
मन को भाते राम हमारे
अब करिए मंगल गान
प्रभु पधारे हर्षित उजियारे
सकल करिए हमारे साज काज ।
बरसो से लगाए थे जो आज
चले गए कई लोग
अपनी बलि चढ़ा कर उन्होंने
कर दिया ये उद्घोष ।
उनकी शहादत को नमन है
नाम छपेंगे स्वर्ण अक्षरों से उनके
वापस लौटकर नहीं आ सकते
देख पाते वो अगर, इस युग के राम होते
श्री राम की अर्चना कीजिए
करिए उनका उदगान
आज पधारे हैं प्रभु राम हमारे
अब करिए मंगल गान ।
© श्री राम
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